पंचतंत्र की कहानी: बंदर और लकड़ी का खूंटा – bandar aur lakdi ka khunta उसका पिता, एक पेशेवर रसोइया, उसे रसोई घर में ले आया। उसने पानी से तीन घड़े भरे और प्रत्येक को एक उच्च आग पर रखा। वह व्यक्ति नाटक देखने के लिए वहीँ बैठ गया व देखते https://lokhitkhabar.com/