मोहब्बत छोड़ देंगे या मोहब्बत ही करेंगे लोग। “हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं मंज़र लखनवी टैग : दिल शेयर कीजिए जिंदगी में इंसान उस वक्त बहुत टूट जाता है, “शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम शहर बड़ा है, लेकिन इंसान एक ही https://youtu.be/Lug0ffByUck